Tribals
Displaying 1 - 5 of 5
दुनिया में लोहा सबसे जादुई धातु है। मानव समाज में इस धातु का आगमन पत्थर और कांसे के बाद माना जाता है। पत्थर और लोहे की तरह कांसा (Bronze) कोई एक तत्व नहीं है बल्कि यह दो धातुओं तांबा (Copper) और रांगा (Tin) को मिलाकर बनाया जाता है। जैसे कि पीतल (Brass),जस्ता (Zinc) और तांबा को मिलाने से बनता है। इन…
in Article
हम एक ऐसे आदिवासी समूह से परिचित हो रहे हैं जिसने अपने जीवन का हरएक पल एक जीवित किंवदंती के साथ इस प्राचीन कला के लिए जिया है।- सरत चंद्र राय
मानव सभ्यता के इतिहास में लोहे का स्थान असंदिग्ध है। लोहे की खोज और लौहकला का विकास दुनिया के अलग.अलग क्षेत्रों में 1200 ईसा पूर्व से लेकर…
in Overview
हमारी दुनिया आज विकास के जिस सोपान पर है वहाँ तक पहुंच पाने का श्रेय उस धातु को है जिसे लोहा कहते हैं। इस चमत्कारी धातु के आदिम अविष्कारक और निर्माता.कलाकार के रूप में जिस भारत के जिस मानव समूह को चिन्हित किया जाता हैए वे हैं भारत के असुरए बिरजिया और अगरिया आदिवासी समुदाय। हालांकि अब इनकी नई पीढ़ी…
in Module
Bhongarya is a festival celebrated by the Pawara community of Khandesh, a region defined by its languages Ahirani, Bhilau and Pawari spoken in parts of Madhya Pradesh, Gujarat and Maharashtra. Bhongarya is considered the festival of love because on this occasion young Pawara men and women choose…
in Video