Chhattisgarh

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चन्द्रशेखर चकोर
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राहुल कुमार सिंह
छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती पहाड़ियां उच्चता, प्राकृतिक संसाधनयुक्त रत्नगर्भा धरती सम्पन्नता, वन-कान्तार सघनता का परिचय देती हैं तो मैदानी भाग उदार विस्तार का परिचायक है। इस मैदानी हिस्से की जलराशि में सामुदायिक समन्वित संस्कृति के दर्शन होते हैं, जहां जल-संसाधन और प्रबंधन की समृद्ध परम्परा के प्रमाण, …
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मुश्ताक खान
मृणशिल्पों की दृष्टि से बस्तर छत्तीसगढ का समृद्धतम क्षेत्र है। यहाँ के कुम्हार अपने आप को राणा, नाग, चक्रधारी और पाँड़े कहते हैं। कुम्हार यहाँ के ग्रामीण जीवन और सामाजिक ताने-बाने का महत्वपूर्ण अंग हैं। यहाँ के लोगों के जीवन के प्रत्येक पक्ष में कुम्हारों की भूमिका अनिवार्य है। दैनिक घरेलू…
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मुश्ताक खान
मिट्टी से बनाए गए बर्तनों अथवा मूर्तियों को जब आग में पका लिया जाता है, तब वे मृणशिल्प कहलाते हैं। मिट्टी का काम संभवतः विश्व की प्राचीनतम कलाओं में से एक है। आज से लगभग साढ़े ४००० साल पहले, सिंधु घाटी की सभ्यता के समय, भारत में मृणशिल्प कला अपने चरम पर थी। पकाई गयी मिट्टी से बनी, जितनी विविधतापूर्ण…
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मुश्ताक खान
मृणशिल्प की दृष्टि से बस्तर छत्तीसगढ का समृद्धतम क्षेत्र है, यहां मिटटी के बर्तन और देवताओं के अर्पित की जाने वाली प्रतिमायें बहुत ही विविधतापूर्ण बनाये जाती हैं। पिछले कुछ वर्षो में शहरी बाजार में बस्तर के मृणशिल्प की मांग बढ़ जाने के कारण यहां अनेक नये ढंग की आकृतियां बनाइ जाने लगी हैं जो…
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चन्द्रशेखर चकोर
छत्तीसगढ़ी खेल गीत फुगड़ी फुगड़ी छत्तीसगढ़ के ग्राम्य जीवन में प्रचलित व्यक्तिगत अर्थात एकल लोक खेल है। इसमें किसी तरह की सामग्री नहीं होती है और न ही लम्बा चौड़ा मैदान। फुगड़ी का खेल घर के अंदर आंगन या बराम्दे में खेला जाता है। ग्रामीण खेलों की विशाल संस्कृति में फुगड़ी मात्र खेल न होकर नारी उत्पीड़न का…
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चन्द्रशेखर चकोर
छत्तीसगढ़ एक कृषि-प्रधान राज्य है। यहाँ के ज़्यादातर लोग गाँवों में निवास करते हैं और अपने जीवन यापन के लिए कृषि पर ही निर्भर होते हैं। मध्य छत्तीसगढ़ से परे उत्तरी छत्तीसगढ़ के पाँच जिले व दक्षिणी छत्तीसगढ़ के छः जिले वन संपदा व पर्वत से घिरे हुए हैं। इसके बावजूद भी इस भूभाग में कृषि बेहतर ढंग से…
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चन्द्रशेखर चकोर
छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति अत्यंत आकर्षक है। पारम्परिक लोक खेल इसकी  विशिष्ट विधाओं में से एक है । पारम्परिक लोक खेल वह खेल हैं  जिनकी परम्परा हज़ारों वर्ष पुरानी होती है, यह खिलाड़ियों के मनोरंजन हेतु खेलते-खेलते एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित होते रहे हैं। जिनके लिए न खिलाड़ी शब्द अनिवार्य होता…
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मुश्ताक खान
Bastar District in Chhattisgarh is home to many tribal groups. None have significant painting traditions. The Gond, Muria and Madia (Maria), the main tribal groups of the area, have a fine tradition of woodcarving but do not have a well-established painting tradition. The Bhatra and Parja tribes…
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