Chhattisgarh

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                                                                  महात्मा गांधी के छत्तीसगढ़ आगमन एवं यहाँ उनके द्वारा की गयी गतिविधियां जनसामान्य को अपेक्षाकृत अल्पज्ञात हैं।  प्रस्तुत आलेखों से इस बारे में उपलब्ध सूचनारं प्रस्तुत की जा रही हैं।     महात्मा गाँधी का  दो बार  छत्तीसगढ़ आगमन हुआ पहली…
in Module
अशोक तिवारी
                                                                                    जलपान      चीला: चांउर पिसान. चावल के आटे को पानी में घोलकर, तवे पर हल्की आंच में तेल से सेंका गया, नमकीन चीला।   चीला: बेसन. बेसन को पानी में घोलकर, तवे पर हल्की आंच में तेल से सेंका गया, नमकीन चीला।     फरा:…
in Article
अशोक तिवारी
गढ़ कलेवा, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शहर के बीचोंबीच स्थित महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय में विद्यमान  एक खान-पान स्थल है।  यहाँ पर केवल पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजन ही परोसे जाते हैं। यहाँ मुख्यतः छत्तीसगढ़ के मैदानी क्षेत्रों में उपयोग किए जाने वाले सूखे और गीले नाश्ते तथा भोजन की व्यवस्था…
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Team, Chhattisgarh Project
बांस गीत - लोरिक चंदा -छत्तीसगढ़ी  प्रस्तुति  गीत अरे भरका के भरेतिन सुमिरव,   डूमर के परेतिन ए न ए दे ठाकुर दिया ल सूमिरव,   मोर बोईर के चुरेलिन ए न    तरी हरी नाना, मोर नाना नाना ए भाई रे,    मोन नाना जंवरिहा मोर तरी हरी ना ना ए न   देवरी के निवासी अन मोर गूल्लू पोस्ट ऑफिस ए…
in Video
Mushtak Khan
चंदैनी का सारांश एवं चंदैनी गायक/कलाकार – रामाधार साहू का साक्षात्कार चंदैनी का सारांश :-   रामाधार साहू (रा.सा.): लोरिक एक गाय चराने वाला ग्वाला है। वह बहुत ही सुंदर और बलवान, राउत समाज का गौरव है। राजकुमारी चंदा जो बहुत ही सुंदर है, वह लोरिक के बांसुरी वादन से मोहित होकर उससे मन ही मन प्रेम करने…
in Interview
रामाधार साहू
  रामाधार  साहू द्वारा नचा शैली में लोरिक चंदा की कथा प्रस्तुति चंदैनी – प्रस्‍तुतिकरण हिंदी अनुवाद   लोरिक लोरिक हाथ में तेन्‍दू की लाठी, नौ हाथ की पगड़ी बांधे, ‘सेमर धरे’ (सेमल की रूई और चकमक पत्‍थर लिए) कम्‍बल और ‘खुमरी’ (बांस और पत्‍तों से बनी टोपी जिसे चरवाहे पहनते हैं)। ओढ़े, बाजार की ओर…
in Video
चौमासा जनजातीय और लोक कला पर केंद्रित मध्य प्रदेश आदिवासी लोक कल्याण परिषद द्वारा प्रकाशित एक त्रैमासिक पत्रिका है। Chaumasa is a quarterly journal published by the Madhya Pradesh Adivasi Lok Kalyan Parishad centered on tribal and folk art.   This content has been published as part of a project…
in Library Artifacts
Team, Chhattisgarh Project
This module is part of a series of modules on performing genres from Chhattisgarh. They seek to reflect the richness of oral epics and folklore traditions from this region, and the modes in which they are performed and recited. The focus is the documentation of the entire epic or tale known orally…
in Module
चौमासा जनजातीय और लोक कला पर केंद्रित मध्य प्रदेश आदिवासी लोक कल्याण परिषद द्वारा प्रकाशित एक त्रैमासिक पत्रिका है। Chaumasa is a quarterly journal published by the Madhya Pradesh Adivasi Lok Kalyan Parishad centered on tribal and folk art.   This content has been published as part of a project…
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